नमस्कार दोस्तो , कैसे हैं आप सब ? आशा है कि आप सभी की Study अच्छी चल रही होगी ! तो दोस्तो आज की हमारी यह पोस्ट बहुत ही ज्यादा Most Important है क्योंकि आज इस पोस्ट में हम आपको भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान व वन्यजीव अभ्यारण ( National Parks and Wildlife Sanctuaries in India ) के बारे में बताने जा रहे हैं ! जैसा कि आपको मालूम है कि आजकल सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में Enviornment बहुत ज्यादा पुंछा जाने लगा है, और Enviornment में सबसे ज्यादा यही पूंछा जाता है कि कौन सा राष्ट्रीय उद्यान या अभ्यारण कौन से राज्य में स्थित हैं तो आज इस पोस्ट में हम आपको सबसे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उद्यान या अभ्यारण जो Competitive Exams में पूछे जाते हैं उन सभी को बताने जा रहे हैं कि वो कौन से राज्य में स्थित हैं! तो दोस्तो इससे पहले कि हम ये याद करें कि ये किस - किस राज्य में स्थित हैं , हमें ये जानना बहुत ही आवश्यक हैं कि इनमें अंतर क्या है ! तो सबसे पहले हम राष्ट्रीय उद्यान व वन्यजीव अभ्यारण में अंतर को समझने की कोशिश करते हैं ! राष्ट्रीय उद्यान व वन्यजीव अभ्यारण में अंतर Difference Between National Parks and...
हिंदू समाज सुधारक ब्रह्म समाज (BRAHMO SAMAJ) राजा राममोहन राय द्वारा ब्रह्म समाज की स्थापना 20 अगस्त, 1828 को मानव विवेक, वेद एवं उपनिषदों के ज्ञानात्मक पक्ष को आधार बनाकर तथा एकेश्वरवाद की उपासना, मूर्तिपूजा का विरोध, पुरोहितवाद का विरोध, अवतारवाद का खंडन आदि उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए की गई. इसे ही आगे चलकर “ ब्रह्म समाज ” के नाम से जाना गया. राजा रामोहन राय के प्रयासों द्वारा ही गवर्नर जनरल लॉर्ड विलियम बैंटिक ने वर्ष 1829 में अधिनियम XVII (17) पारित कर “ सति प्रथा/Sati Pratha ” पर रोक लगाई. 1833 में राजा रामोहन राय की मृत्यु हो गयी. उनके बाद द्वारकानाथ टैगोर, पंडित रामचंद्र विधावागीस ने संस्था का सञ्चालन किया. ताराचंद चक्रवर्ती ब्रह्म समाज के प्रथम मंत्री थे. 1843 में देवेन्द्रनाथ टैगोर ब्रह्म समाज में शामिल हुए. यहाँ आने से पहले वे जोरासंको (कलकत्ता) में तत्वरंगिनी सभा की स्थापना कर चुके थे, जो वर्ष 1839 में “ तत्त्वबोधिनी सभा ( tattvabodhini sabha ) ” ...
1. छोटी कक्षाओं के लिए गणित शिक्षण की उपयुक्त विधि - खेल मनोरंजन विधि 2. रेखा गणित शिक्षण की सर्वश्रेष्ठ विधि - विश्लेषण विधि 3. बेलनाकार आकृति के शिक्षण की सर्वश्रेष्ठ विधि - आगमन निगमन विधि 4. नवीन प्रश्न को हल करने की सर्वश्रेष्ठ विधि - आगमन विधि 5. स्वयं खोज कर अपने आप सीखने की विधि - अनुसंधान विधि 6. मानसिक , शारीरिक और सामाजिक विकास के लिए सर्वश्रेष्ठ विधि - खेल विधि 7. ज्यामिति की समस्यायों को हल करने के लिए सर्वोत्तम विधि - विश्लेषण विधि 8. सर्वाधिक खर्चीली विधि - प्रोजेक्ट विधि 9. बीजगणित शिक्षण की सर्वाधिक उपयुक्त विधि - समीकरण विधि 10. सूत्र रचना के लिए सर्वोत्तम विधि - आगमन विधि 11. प्राथमिक स्तर पर थी गणित शिक्षण की सर्वोत्तम विधि - खेल विधि 12. वैज्ञानिक आविष्कार को सर्वाधिक बढ़ावा देने वाली विधि - विश्लेषण विधि * गणित शिक्षण की विधियाँ 😗 समरणीय तथ्य 1. शिक्षण एक त्रि - ध्रुवी प्रक्रिया है जिसका प्रथम ध्रुव शिक्षण उद्देश्य , द्वितीय अधिगम तथा तृतीय मूल्यांकन है । 2. व्याख्यान विधि में शिक्षण का केन्द्र बिन्दु अध्यापक होता है , वही...
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